मत देखो कोई शक्श गुनेहगार कितना है
ये देखो आपके साथ वफादार कितना है
ये मत सोचो उसे कुछ लोगो से नफरत है
ये देखो उसे आपसे प्यार कितना है ???

अपना मिलना तो सितारों के यंहा से तय था
चाँद अपना है बहारों के यंहा से तय था
मिल कर ख्वाबों को हकीकत में बदलना है
इस रिश्ते को मोहब्बत में बदलना तो तय था..
कुछ तो जीते हैं जन्नत कि तमन्ना ले कर...
कुछ तमन्नाएँ जीना सिखा देती हैं...
हम किस तमन्ना के सहारे जियें ??
ये ज़िन्दगी रोज एक तमन्ना बढा देती है...
सब थे खफा तो निभाया तुमने..
हालात हैं अब ठीक तो भुलाया तुमने ..
सुनेगा जो वो यही कहेगा अब..
क्यों पत्थर शीशे पर गिराया तुमने..
जानती हूँ तुम्हे गुस्सा तो आया होगा
कुछ देर बाद दिल को करार आया होगा
जब सोचा होगा मन में तस्सली से तो
मेरे गुस्से पर भी तुम्हे प्यार आया होगा

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